इंटरनेशनल डेस्क. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि उनका देश एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम बनाने में चीन की मदद कर रहा है। इस सिस्टम के जरिए बैलेस्टिक मिसाइल लॉन्च के बारे में पहले ही चेतावनी मिल जाएगी। शीत युद्ध खत्म होने के बाद सिर्फ अमेरिका और रूस के पास ही ऐसी प्रणाली थी, जिसमें जमीन पर लगे रडार और अंतरिक्ष उपग्रहों की मदद ली जाती है।
गुरुवार को मॉस्को में एक अंतर्राष्ट्रीय मामलों के सम्मेलन में बोलते हुए पुतिन ने कहा, रूस ऐसा ही एक सिस्टम विकसित करने में चीन की मदद कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा, 'ये काफी गंभीर बात है, जिससे निश्चित रूप से चीन की रक्षा क्षमता में वृद्धि होगी।'
करीब आए दो पुराने प्रतिद्वंद्वी
पुतिन के बयान को लेकर फिलहाल चीन की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन उनके बयान ने दो पूर्व कम्युनिस्ट प्रतिद्वंद्वियों के बीच रक्षा सहयोग के एक नए स्तर का संकेत दिया, जिसमें बेहद तेजी से करीबी राजनीतिक और सैन्य संबंध विकसित हुए हैं। वो भी तब जब बीजिंग और वाशिंगटन के बीच व्यापारिक युद्ध जारी है।
जिनपिंग ने पुतिन को बताया था करीबी दोस्त
इस साल जून में चीनी राष्ट्रपति शी-जिनपिंग ने पुतिन को अपना सबसे करीबी और अच्छा दोस्त बताया था। साथ ही कहा था कि वे अपनी गहरी दोस्ती को और पोषित कर रहे हैं। इससे पहले चीन और रूस ने अगस्त में अमेरिका पर क्रूज मिसाइल के परीक्षण को लेकर हथियारों की एक नई दौड़ शुरू करने का आरोप लगाया था। इससे कुछ ही हफ्तों पहले वाशिंगटन ने शीत युद्ध के दौर की उस मिसाइल नियंत्रण संधि से खुद को बाहर किया था, जिसकी वजह से इन परीक्षणों पर रोक लगी हुई थी।